प्रधानमंत्री एवं उपराष्ट्रपति के वीडियो को एडिट कर प्रसारित कर मिथ्या दोषारोपण का प्रयास– समाज में वैमनस्यता बढ़ाने का षड्यंत्र– के के ध्रुव
कुछ दिनों से सोशल मीडिया फेस बुक व्हाटसअप में एडिट (संशोधित अर्थात कांट छांट)/पोस्ट/वीडियो प्रसारित कर देश के प्रधान मंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी, राज्य सभा के अध्यक्ष अर्थात देश के महामहिम उप राष्ट्रपति एवं राज्य सभा के माननीय सदस्य गणों के विरुद्ध मिथ्या दोषारोपण करने के लिए षडयंत्र किया जा रहा है। संशोधन अर्थात कांट छांट करके पोस्ट/वीडियो प्रसारित कर देश के अनुसूचित जनजाति जनजाति पिछड़ा वर्ग एवं सामान्य वर्ग के मध्य वैमनस्यता बढ़ने का षडयंत्र किया जा कर एक भयानक एवं अक्षम्य अपराध किया जा रहा है इस प्रकार के आपराधिक कृत्य करने वालों का स्वतंत्र रहना सम्पूर्ण समाज में सौहाद्रपूर्ण वातावरण में रहने वाले विभिन्न वर्ग के बीच वैमनस्य बढ़ जाने की भयंकर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
कांट छांट कर दिखाया जा रहा है कि राज्यसभा के आसंदी में अध्यक्ष अर्थात महामहिम उपराष्ट्रपति महामहिम श्री जगदीप धनगढ़ आसीन हैं एवं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी एस. टी., एस. सी. एवं पिछड़ा वर्ग से संबंध में अपना वक्तव्य रहे हैं किंतु वास्तविकता इससे परे है । वास्तविकता यह है कि राज्यसभा के आसंदी में अध्यक्ष अर्थात महामहिम उपराष्ट्रपति महामहिम श्री जगदीप धनगढ़ आसीन हैं, यह सत्य है किन्तु माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी एस. टी., एस. सी. एवं पिछड़ा वर्ग से सम्बन्धित अपना वक्तव्य दे रहे हैं जो कांट,छांट कर दिखाया जा रहा है, यह सत्य से परे एवं भ्रामक है। वे उद्धरण दे रहे अर्थात उनके निजी विचार नहीं है। इस चल चित्र में कांट छांट करके अपराधियों द्वारा अत्यन्त ही गंभीर आपराधिक कृत्य किया है। शासन प्रशासन को इस ओर तत्काल ध्यान देते हुए वैधानिक कार्यवाही किया जाना चाहिए,जिससे देश में सौहाद्र पूर्ण वातावरण बना रहे। ज्ञात हो कि इस संबंध में प्राथमिकी पंजीबद्ध कराने का प्रयास स्थानीय वरिष्ठ पत्रकार द्वारा किया गया किंतु उन्हें सफलता नहीं मिली। यह पुलिस की असंवेदनशीलता एवं अकर्मण्यता प्रदर्शित करता है।