बढ़ती जा रही है लो वोल्टेज एवं विद्युत कटौती की समस्या किसान आंदोलन से भी नहीं मिली राहत पूर्व विधायक सेवक राम नेताम ने कहा कांग्रेस के कुछ लोग मौके का फायदा उठा रहे हैं
सच तक 24 न्यूज़
इन दिनों क्षेत्र के किसान ही नहीं बल्कि आम जनता भी लो वोल्टेज एवं विद्युत की कटौती से बेहद परेशान हैं जिसे लेकर विश्रामपुरी बड़े राजपुर केशकाल के ग्रामीण क्षेत्र में किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है। इस क्षेत्र में यह समस्या दिनों दिन विकराल होती दिखाई दे रही है स्थिति यहां तक पहुंच चुकी है कि किसानों को अब ऐसा लग रहा है कि विद्युत विभाग एवं प्रशासन उनकी बातों को गंभीरता से नहीं ले रहा है इसी के चलते अब किसान आंदोलन की राह पर निकल पड़े हैं 5 साल की सत्ता के अंतिम चरण में आचार संहिता लागू होने से महज पखवाड़े भर पूर्व कांग्रेसियों ने ही आनन फानन में 132 के वी का विद्युत संयंत्र स्थापित करने का आश्वासन देकर वोट बटोरने का कोशिश किया था क्षेत्र के किसान इन दिनों लो वोल्टेज और विद्युत की कटौती से बेहद परेशान है फसल मरने की कगार पर है यदि किसानों को इस समय एक मुश्त धान की अंतरराशि नहीं मिली होती तो किसान भी फसल की तरह मरने की कगार पर होता।
डूबते कांग्रेसियों को मिल गया फ्री का मंकांग्रेस ने 5 साल में कुछ नहीं किया अब किसानों को भड़का रहे कांग्रेसी– सेवकराम नेतआक्रोशित किसानों को एकजुट करते समय नहीं लगता जब लोग इस कदर परेशान हो कि उनकी गाढ़ी कमाई पर दरार पड़ रही हो ऐसी स्थिति में किसान जेल जाने को भी तैयार रहते हैं इसी का फायदा कांग्रेसी उठा रहे हैं। गलती भी उन्हीं की है विद्युत की विकराल समस्या को लेकर किसान कांग्रेस के 5 साल तक के कार्यकाल में परेशान रहे किंतु अब वे ही लोग लोकसभा चुनाव को देखकर फायदा उठाने में लगे हैं अपने 5 साल के कार्यकाल में कांग्रेसियों ने लोवोल्टेज को सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जामगांव में 132 केव्ही का विद्युत संयंत्र स्थापित करने के लिए भूमि पूजन किया जाना महज एक छलावा था विद्युत विभाग की माने तो इसमें अभी बहुत कार्य बाकी है वन विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं मिला है और इसे रातों-रात खड़ा भी नहीं किया जा सकता तो क्या इन पांच सालों में लो वोल्टेज और विद्युत कटौती की समस्या से किसान नहीं जूझ रहे थे अब देखा यह जा रहा है कि सत्ता जाने के बाद विधायक के पीछे-पीछे घूमने वाले लोगों के पास इन दोनों कोई काम नहीं बचा था तो ऐसे लोग मौके का फायदा उठाकर किसानों की मंच पर जाकर बैठ गए हैं। किसान तो वैसे भी भोले भाले होते ही हैं जो उनके हित का बात करता है उसे ही वह अपना नेता समझ बैठते हैं ऐसा ही कुछ इन दोनों विश्रामपुरी केशकाल में देखा जा रहा है जहां माइक और लाउडस्पीकर के शौकीन लोग जाकर किसानों को दरकिनार करके उनके बीच में जाकर मौके का फायदा उठा रहे हैं यह सत्य है कि किसान इन दोनों विद्युत की समस्या से जूझ रहे हैं और यह समस्या दिन-दिन विकराल होती जा रही है किंतु कुछ लोग किसानों के प्रति सहानुभूति दिखाने की जगह अपनी रोटी सेक रहे हैं किसानों को ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनको 5 साल तक विधायक के पीछे-पीछे घूम कर सरकारी काम में भ्रष्टाचार से फुर्सत नहीं मिला वही अब किसानों की परेशानी को देखकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं किसान भी इसे बखूबी जान रहे हैं और समझ भी रहे हैं।